03 أكتوبر 2017

Weird thing !!

*👌कमाल है ना!...👌*

*आँखे तालाब नहीं, फिर भी,*
*भर आती है!*

  *दुश्मनी बीज नही, फिर भी, बोयी जाती है!*

   *होठ कपड़ा नही, फिर भी, सिल जाते है!*

   *किस्मत सखी नहीं, फिर भी, रुठ जाती है!*

  *बुद्वि लोहा नही, फिर भी, जंग लग  जाती है!*

   *आत्मसम्मान शरीर नहीं, फिर भी, घायल हो जाता है!
और..,*

  *इन्सान मौसम नही, फिर भी, बदल जाता है!....*

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