😔 तेरे लगाये हुए ज़ख्म क्यों नहीं भरते..💔
मेरे लगाये हुए पेड़ भी सुख जाते हैं..😶
कोई तुम्हारा सफर🙆 पर गया तो पूँछेगें...🙏
कि रेल गुज़ारे तो हम हाँथ क्यूँ हिलाते🙌 हैं..😧
और सुना है उसने शादी 👫बी की है किसीसे
और गांव 🏡में क्या चल रहा है !💔
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પ્રતિક ની કલમે