करोड़ों की भीड़ में*
*"इतिहास"*
*मुठ्ठीभर लोग ही*
*बनाते हैं,*
👨👩👧👧
*वही रचते हैं*
*"इतिहास"*
*जो आलोचना से*
*नहीं घबराते हैं...*
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